वह घिरा हुआ तल जो एक निश्चित बिंदु से हमेशा समदूरस्थ होता है वृत्त कहलाता है। अर्थात किसी निश्चित बिंदु से समान दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिन्दुध वृत्त कहलाता है।
- परिधि = d
- त्रिज्या = r
- π= 22/7 ; 3.14
- वृत्त का त्रिज्या = d/2
- वृत्त का क्षेत्रफल = πr2
- वृत का परिधि=2πr2
- अर्ध वृत्त का क्षेत्रफल = ½ πr2
- त्रिज्यखंड का क्षेत्रफल = πr2 θ/360
- अर्द्धवृत्त की परिधि = (πr + 2r)
- वृत्त का व्यास = 2 × त्रिज्या
- वृत्त के चतुर्थांश का क्षेत्रफल = 1/4 ×πr2
- चाप = πrθ/180°
- दीर्घ त्रिज्यखंड का क्षेत्रफल = πr2 / 360 × πr2
- लघु वृत्तखंड का क्षेत्रफल= θ / 360 × πR2 – 1/2 sin2θ
- दीर्घ वृत्तखंड का क्षेत्रफल = πR2 – (θ / 360 × πR2 – 1/2 sin2θ)
- वृतीय त्रिज्यखंड का परिमाप= θ / 360 × 2πR
- वृत्त की त्रिज्यखंड की चाप की लम्बाई= πRθ/180
- लघु त्रिज्यखंड का क्षेत्रफल= θ / 360 × πR2
- दो वृत्तों के बीच का क्षेत्रफल=
π (R2 – r2)
#वृत्त की त्रिज्या का सूत्र
#वृत्त का क्षेत्रफल सूत्र
# वृत्त का आयतन का सूत्र
#अर्धवृत्त का सू
#अर्धवृत्त का परिमाप
# वृत्त का क्षेत्रफल और परिमाप
#वृत्त की त्रिज्या बराबर